खेल
चयन समिति की बैठक में विराट को वनडे कप्तानी से हटाने पर हुई चर्चा, रोहित शर्मा बन सकते हैं टेस्ट में उपकप्तान !
भारत के साउथ अफ्रीका दौरे के लिए रविवार को टीम इंडिया की चयन समिति की बैठक हुई. पीटीआई सूत्रों की मानें तो इस दौरान विराट कोहली को वनडे कप्तानी से मुक्त करने को लेकर चर्चा हुई. विराट ने हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप के बाद खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ी है. रोहित शर्मा को इस फॉर्मेट में कप्तान नियुक्त किया गया है. कई दिग्गज ये मांग कर चुके हैं कि विराट को वनडे की कप्तानी से भी मुक्त कर केवल टेस्ट में नेतृत्व का जिम्मा दिया जाना चाहिए
भारत को साउथ अफ्रीका दौरे पर अपना पहला टेस्ट मैच 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे पर खेलना है. नए कोरोना वेरिएंट के चलते भारत का अफ्रीका दौरा एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया है. पीटीआई सूत्रों के मुताबिक चयनकर्ताओं ने आज बैठक के दौरान रोहित शर्मा को वनडे टीम का कप्तान बनाने को लेकर अपने विचार रखे हैं. हालांकि इसे लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.
इसके अलावा आज चेतन शर्मा की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बैठक के दौरान रोहित शर्मा को अजिंक्य रहाणे के स्थान पर टेस्ट कप्तान बनाए जाने को लेकर भी चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि रहाणे साउथ अफ्रीका दौरे पर टीम का हिस्सा होंगे लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका दिया जाना थोड़ा मुश्किल नजर आता है.
इसके अलावा शिखर धवन के वनडे टीम में भविष्य और ईशान शर्मा को टेस्ट टीम में आगे मौका दिया जाए या नहीं इसे लेकर चर्चा हुई. चयनकर्ता नंबर-तीन पर बैकअप बल्लेबाज को लेकर भी थोड़ी चिंतित हैं. पीटीआई सूत्रों का कहना है कि अभिमन्यु ईश्वरन और प्रियांक पांचाल को इस स्थान के बैकअप के रूप में रखा जा सकता है.
खेल
रवि शास्त्री ने क्यों छोड़ा पद? पूर्व कोच ने खुद बताए इसके कारण ?
रवि शास्त्री का टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर 4 साल का कार्यकाल पिछले महीने ही खत्म हुआ. उनकी कोचिंग में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 2 बार टेस्ट सीरीज हराने में सफल रही. लंबे वक्त तक टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 रही. भारत ने शास्त्री की कोचिंग में साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया में टी20 सीरीज जीती.
हालांकि, टीम आईसीसी का कोई खिताब नहीं जीत सकी. लेकिन पहली बार हुई विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेली. जहां भारत को न्यूजीलैंड ने 8 विकेट से शिकस्त दी थी. इसके अलावा शास्त्री ने भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई.
टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर शास्त्री
का 4 साल का सफऱ उतार-चढ़ाव भरा रहा. उन्होंने इंटरव्यू में अपने कार्यकाल, विराट कोहली से रिश्ते और इस जिम्मेदारी को छोड़ने की वजह पर खुलकर बात की. शास्त्री जुलाई 2017 में टीम इंडिया के हेड कोच नियुक्त हुए थे. उनकी नियुक्ति से लेकर शुरू हुआ विवाद आखिरी टूर्नामेंट तक जारी रहा. हालांकि, वो फिर भी पूरी शिद्दत से इस जिम्मेदारी को निभाते रहे. अब इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का खुलासा किया है कि कब उन्होंने पद छोड़ने का मन बनाया था.
शास्त्री ने बताया कि, इस साल इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले ही मैंने यह मन बना लिया था कि अब आगे बढ़ने का वक्त आ गया है. इसकी वजह क्या थी? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा करने के पीछे दो बड़ी वजह थी. सबसे पहली यह कि मैं 60 साल का होने जा रहा था और इस पद पर बने रहने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के कुछ नियम थे.
दूसरी वजह यह थी कि मुझे पता था कि क्वारंटीन और बायो-बबल न्यू नॉर्मल होगा. आने वाले 2 साल तक यह कहीं नहीं जाने वाले हैं. क्रिकेट आइसोलेशन में ही खेला जाएगा और यह अभी नजर भी आ रहा है. हर जगह क्रिकेट इसी तरह खेला जा रहा है. तो मैंने खुद से कहा कि अब बहुत हो गया है. आखिर यह कब तक चलेगा ? बस इसी के बाद मैंने पद छोड़ने का इरादा कर लिया था.
शास्त्री ने अपने पद छोड़ने को लेकर अपनी वजहें बताईं हैं. लेकिन, बीसीसीआई भी उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाने का मूड बना चुकी थी. क्योंकि शास्त्री के कोच रहते भारतीय टीम ने द्विपक्षीय सीरीज में तो अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन आईसीसी ट्रॉफी जीतने में हर बार नाकाम रही. खुद शास्त्री को भी इस बात का मलाल है.
उन्होंने इस इंटरव्यू में खुलकर इस बार बात की. शास्त्री ने कहा कि इस टीम ने कई बड़ी उपलब्धियां पहली बार हासिल कीं. लेकिन फिर भी ऐसी कई नाकामियां हैं जो मुझे खलती हैं. इस टीम के साथ हम एक, दो नहीं, बल्कि 3 बार आईसीसी ट्रॉफी जीतने से चूक गए. लेकिन आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप की हार मुझे सबसे ज्यादा खलती है. क्योंकि हम 5 साल टेस्ट में नंबर-1 रहे और हम एक मैच हारने के हकदार नहीं थे.
टी20 विश्व कप में भी हम बेस्ट नहीं थे’
उन्होंने आगे कहा कि, हम क्वारंटीन में थे. न्यूजीलैंड की तैयारी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के लिहाज से बेहतर थी. वो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतकर हमारे खिलाफ उतरे थे. इंग्लैंड में कंडीशंस उनके घर के हिसाब से थी. लेकिन हमें कम से कम मैच ड्रॉ कराना चाहिए था. खासकर तब जब हमने अच्छी शुरुआत की थी. यह हार मुझे आखिरी तक खलती रही. हमारे पास 2019 विश्व कप में भी आईसीसी ट्रॉफी जीतने का मौका था. लेकिन चूक गए और फिर 2021 का टी20 विश्व कप में बाहर होना. ईमानदारी से कहूं तो हम बेस्ट टीम के बराबर नहीं थे.
खेल
राहुल द्रविड़ का प्लान हुआ कामयाब, द.अफ्रीका दौरे से पहले टीम को मिला नया संकटमोचक
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे बीते 1 साल से रनों के लिए जूझ रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले यह टीम इंडिया की परेशानी बढ़ाने वाली बात है. लेकिन हेड कोच राहुल द्रविड़ ने इसका हल भी ढूंढ लिया है. उन्होंने इस दौरे से पहले खास प्लान बनाया था, जो कामयाब होता दिख रहा है. द्रविड़ के प्लान के कारण ही इस दौरे पर भारतीय मिडिल ऑर्डर में जान फूंकने के लिए दो और बल्लेबाज भी तैयार हो गए हैं.
भारतीय क्रिकेट टीम को इस महीने 3 टेस्ट की सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा करना है. पहले यह सीरीज 17 दिसंबर से शुरू होनी थी. लेकिन दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ने के कारण इस 9 दिन के लिए टाल दिया गया. अब टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 26 दिसंबर से सेंचुरियन में खेला जाएगा. लेकिन इस टेस्ट सीरीज से पहले दिग्गज खिलाड़ियों के हालिया फॉर्म ने भारतीय टीम मैनेजमेंट की परेशानी बढ़ा रखी है.
खासकर चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे यह दोनों बीते कई सालों से मिडिल ऑर्डर में भारतीय बल्लेबाजी की अहम कड़ी हैं. लेकिन बीते साल भर से दोनों बल्लेबाज खुद रनों के लिए जूझ रहे हैं. ऐसे में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर यह टीम इंडिया की सबसे बड़ी परेशानी बन सकती है. हालांकि, कोच राहुल द्रविड़ ने इसका हल ढूंढ लिया है.
इसके पीछे उनकी सोच साफ थी वो चाहते थे कि विहारी टेस्ट सीरीज से पहले दक्षिण अफ्रीका की कंडीशंस और पिच के मिजाज से अच्छे से वाकिफ हो जाएं. वहीं, श्रेयस को भी टेस्ट खेलने का मौका मिल जाए और दोनों ही बातें टीम इंडिया के हक में गईं. क्योंकि हनुमा विहारी ने भी दक्षिण अफ्रीका में अच्छी बल्लेबाजी की और श्रेयस ने भी पहली टेस्ट सीरीज में शतक और अर्धशतक जड़कर मिडिल ऑर्डर के लिए एक विकल्प और मुहैया करा दिया. इसी वजह से उन्हें दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए चुना भी गया है.
कोच द्रविड़ के प्लान से टीम इंडिया को हुआ फायदा
द्रविड़ के हेड कोच बनने के बाद से ही प्लानिंग में बदलाव आया है. वो किसी भी अहम सीरीज और टूर्नामेंट से पहले इंडिया-ए टीम को उस देश के दौरे पर भेजने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. इंडिया-ए का हालिया दक्षिण अफ्रीका दौरा भी इसी रणनीति का हिस्सा था.
हनुमा विहारी ने इंडिया-ए के लिए 227 रन बनाए
अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे अगर रन बनाने में नाकाम भी होते हैं तो हनुमा विहारी टीम के संकटमोचक बन सकते हैं. उन्होंने इंडिया-ए टीम के हालिया साउथ अफ्रीका दौरे पर इसे साबित भी किया है. दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाफ अनाधिकारिक टेस्ट सीरीज जरूर ड्रॉ पर खत्म हुई. लेकिन हनुमा बल्ले से चमके. उन्होंने इंडिया-ए के लिए सबसे ज्यादा 227 रन बनाए. हनुमा ने 5 पारियों में 3 अर्धशतक ठोके और दो बार नाबाद रहे.
खेल
विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ने से कर दिया था मना, बीसीसीआई ने जबरन दिखाया बाहर का रास्ता
टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा को वनडे टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है. उन्हें विराट कोहली की जगह पर ये कमान सौंपी गई है. बता दें कि इसी साल विराट पहले ही वनडे टीम की कप्तानी छोड़ चुके हैं. लेकिन इसी बीच एक बड़ा खुलासा इस बात को लेकर हुआ है कि विराट वनडे टीम की कमान नहीं छोड़ना चाहते थे और बीसीसीआई ने जबरन उनसे कप्तानी छीनी है.
बीसीसीआई ने छीनी विराट से कप्तानी : वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ऐसा होना ही था और बुधवार को बीसीसीआई ने विराट कोहली को भारत की वनडे टीम के कप्तान पद से हटाकर बागडोर रोहित शर्मा को सौंप दी. बता दें कि बीसीसीआई ने कोहली के वनडे टीम की कप्तानी से हटने के लिए पिछले 48 घंटों का इंतजार किया लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. फिर 49वें घंटे में कोहली रोहित शर्मा को यह पद गंवा बैठे जो होना ही था.
शायद किसी को यह बताने के लिए उसका समय हो चुका है, कोहली की बर्खास्तगी के बारे में बीसीसीआई के बयान में जिक्र भी नहीं किया गया जिसमें सिर्फ कहा गया कि चयन समिति ने आगे बढ़ने के दौरान रोहित को वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय टीमों का कप्तान बनाने का फैसला किया है. कोहली ने बस यूं ही अपनी कप्तानी गंवा दी.
2023 वनडे वर्ल्ड कप तक एक नए कप्तान : बीसीसीआई और राष्ट्रीय चयन समिति ने कोहली को कप्तानी से हटा दिया क्योंकि वो 2023 वनडे वर्ल्ड कप तक एक नए कप्तान को सेट करना चाहते हैं. जिस पल भारत टी20 विश्व कप के ग्रुप चरण से बाहर हुआ, कोहली को कप्तानी से हटाया जाना तय हो गया था लेकिन बीसीसीआई अधिकारी पिछले साढ़े 4 सालों से टीम के कप्तान को सम्मानजनक रास्ता देना चाहते थे.
अंत में ऐसा लगता है कि कोहली ने बीसीसीआई से कहा कि उन्हें बर्खास्त करके दिखाओ और खेल की शीर्ष संस्था ने आगे बढ़कर ऐसा ही किया और फिर उनके सामने इसे स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.
कोहली की कप्तानी का दौर खुद में एक शानदार दास्तां रहा है. ‘कूल’ महेंद्र सिंह धोनी ने अपने नेतृत्व में कोहली को तैयार किया और फिर जब उन्हें लगा कि समय आ गया तो उन्होंने सफेद गेंद की जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी. अगले 2 सालों में कोहली टीम के ताकतवर कप्तान बन गए जो अपने हिसाब से चीजें करता.
फिर उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित की गई प्रशासकों की समिति थी जिन्होंने उनकी हर मांग (कुछ सही और कुछ गलत) को पूरा किया. फिर पारंपरिक प्रशासकों की वापसी हुई जिसमें बहुत ताकतवर सचिव और अध्यक्ष थे जो खुद ही सफल कप्तानी के बारे में जानकारी रखते थे. अंत में सफेद गेंद के दोनों फॉर्मेट के लिए दो अलग-अलग कप्तानों की कोई जगह नहीं रही.
-
क्राइम न्यूज़7 days ago
9 साल की लड़की से रेप का मामला, कुत्ते को पुलिस ने किया अरेस्ट!
-
जॉब5 days ago
यहां निकली बंपर वैकेंसी जल्द करे अप्लाई, ये रही शैक्षणिक योग्यता
-
Tech & Auto6 days ago
Jio ने तोड़ा फैन्स का दिल! बंद किए अपने तीन धमाकेदार प्रीपेड प्लान्स
-
व्यापर6 days ago
म्यूचुअल फंड के इस नियम से बदल जाएगी आपकी किस्मत, बन जाएंगे सीधे करोड़पति, जानें कैसे?
-
छत्तीसगढ़5 days ago
छत्तीगढ़ के बेटे का हुआ इसरो में चयन : बचपन का सपना हुआ साकार,मां ने बताई अपने बेटे की इमोशनल जर्नी.
-
जॉब5 days ago
बेरोजगार युवाओं के लिए , 6 दिसंबर को होगा रोजगार मेला का आयोजन, 534 पदों पर होगी भर्ती, इन्हें मिलेगा लाभ …
-
खेल4 days ago
स्टेनो-टाइपिस्ट, नर्स सहित कई पदों पर निकली बंपर भर्ती, जानें योग्यता
-
खेल7 days ago
मयंक अग्रवाल ने जमाया अपना चौथा टेस्ट शतक, लड़खड़ाती पारी को संभाला अग्रवाल ने
-
जॉब4 days ago
सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका: 5वीं और 10वीं पास लोगों के लिए आई नौकरी, 10 दिसंबर है आवेदन की अंतिम तारीख
-
धर्म6 days ago
सूर्य ग्रहण का इन 4 राशि वालों पर पड़ेगा बेहद अशुभ प्रभाव, बचने के लिए पहले जान लें ये खास उपाय
You must be logged in to post a comment Login