High Uric Acid: यह एक आयुर्वेदिक औषधि ठीक कर देती है हाई यूरिक एसिड की समस्या

हाई यूरिक एसिड की समस्या से कई लोग जूझते हैं। इससे सबसे ज़्यादा नुकसान जोड़ों को पहुंचता है जिससे आर्थराइटिस जैसी समस्या विकसित हो सकती है। यूरिक एसिड को कम करने के लिए दवाओं के साथ आंवला एलोवेरा और गिलॉय का उपयोग भी किया जा सकता है।

एसिड का स्तर उस वक्त बढ़ जाता है, जब शरीर में अपशिष्ट उत्पाद हड्डियों और जोड़ों में जमा हो जाते हैं, जिससे गाउट, हृदय और गुर्दे की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने से आर्थराइटिस जैसी कभी न ठीक होने वाली बीमारी हो जाती है। यूरिक एसिड बढ़ने के पीछे आमतौर पर खाने की खराब आदत, खराब लाइफस्टाइल, पानी की कमी और हाई कैलोरी मील्स लेना शामिल है।

शरीर में यूरिक एसिड का स्तर तब बढ़ने लगता है जब शरीर टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में असमर्थ महसूस करने लगता है या फिर शरीर में इसका उत्पादन बढ़ जाता है। लाइफस्टाइल में बदलाव करने से इस समस्या को दूर किया जा सकता है, लेकिन इसे आयुर्वेदिक नुस्खों की मदद से भी कम किया जा सकता है।

हाई यूरिक एसिड के कारण क्या हैं?
खराब लाइफस्टाइल
पानी कम पीना
ज़्यादा फैट्स और प्रोटीन का सेवन करना
रात में ज़्यादा खा लेना
खराब की आंत की सेहत
मेटाबॉलिज़म कमज़ोर होना
किडनी का सही तरीके से काम न करना
रोज़ और समय पर न खाना और सोना
ज़रूरत से ज़्यादा मांसाहारी फूड खाना
आयुर्वेद की मदद से कैसे किया जा सकता है हाई यूरिक एसिड का इलाज?

अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ गया है, तो आप लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर इसे कम कर सकते हैं। इसके लिए रोज़ कम से कम दो लीटर पानी पीना और रोज़ आधे घंटे से 45 मिनट तक वर्कआउट करना ज़रूरी। साथ ही रात के खाने में बीन्स, गेंहू और दालों के सेवन से बचें। रात में 8 बजे तक डिनर कर लेने, डाइट में बेरीज़, दूसरे सिटरस फूड्स और अच्छी नींद लेने से इस स्थिति को ठीक किया जा सकता है।

यूरिक एसिड के लिए गिलॉय 
आयुर्वेद में गिलॉय एक ऐसी औषधि है, जो यूरिक एसिड की समस्या को ठीक कर सकती है।
गिलॉय की ताज़ा पत्तियां और डंठल लें और इन्हें रात भर पानी में भिगो कर रख दें।
सुबह इन्हें हल्का सा क्रश कर एक गिलास पानी में उबाल लें। तब तक उबालें जब तक पानी की मात्रा आधी न हो जाए। फिर इसे छानें और पी लें।
स्वाद के लिए आप इसमें शहद मिला सकते हैं।
इसके अलावा आप गिलॉय के पाउडर या फिर सप्लीमेंट्स का उपयोग भी किया जा सकता है।
गिलॉय के अलावा आंवला और एलोवेरा से भी यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में कारगर माना जाता है।