छत्तीसगढ़
व्हाट्सएप मे hi भेजकर टिकट बुक करे
किसी भी मेट्रो शहर के लिए मेट्रो लाइफलाइनहोती हैं। दिल्ली से लेकर मुंबई तक में मेट्रो रेल की सेवाएं हैं। अब मुंबई मेट्रो ने व्हाट्सएप आधारित ई-टिकटिंग की सुविधा दी है। किसी भी मेट्रो रेल की यह अपने आप में इस तरह की पहली सुविधा है। मुंबई मेट्रो के दावे के मुताबिक मुंबई मेट्रो वन वॉट्सएप पर ई-टिकट की पेशकश करने वाला दुनिया का पहला एमआरटीएस (मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) है। व्हाट्सएप से मेट्रो टिकट की बुकिंग का मकसद लंबी लाइन से लोगों को छुटकारा दिलाने का है। व्हाट्सएप आधारित मेट्रो टिकट की शुरुआत Metro 1 (घाटकोपर-अंधेरी वर्सोवा) के लिए हुई है।
व्हाट्सएप पर कैसे मिलेगा मुंबई मेट्रो का टिकट
पहला काम तो यही है कि 9670008889 नंबर को अपने फोन में सेव करें। इसके बाद इस नंबर पर व्हाट्सएप एप से Hi लिखकर भेजना होगा। व्हाट्सएप नंबर के लिए कई स्टेशन पर क्यूआर कोड भी लगाए गए हैं। कोड को स्कैन करने या इस नंबर पर मैसेज भेजने के बाद आपसे ऑरिजिन और डेस्टिनेशन दोनों स्टेशन के बारे में पूछा जाएगा। इसके बाद ऑनलाइन पेमेंट के जरिए आपके टिकट की बुकिंग होगी और व्हाट्सएप पर ही टिकट आ जाएगा। व्हाट्सएप के टिकट को मेट्रो के गेट पर स्कैन करके आप अपनी यात्रा कर सकेंगे।
2016 में लॉन्च हुआ था क्यूआर कोड वाला टिकट
16 जनवरी 2020 में Metro 1 ने क्यूआर कोड आधारित टिकट पेश किया था ताकि लंबी कतार को खत्म किया जा सके। वर्सोवा-अंधेरी घाटकोपर कॉरिडोर में 25 बुकिंग विंडोज के अलावा 12 स्टेशन पर ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (AFC) गेट हैं। Metro 2A में भी क्यूआर कोड आधारित टिकट की सुविधा है। व्हाट्सएप आधारित डिजिटल टिकट का मकसद पेपरलेस टिकट की दिशा में उठाया गया एक कदम भी है।
छत्तीसगढ़
ज्यादा शक्कर हो सकती है शरीर के लिए नुकसानदायक आइय जानते है वो कारण
मेरी एक फ्रेंड है प्रियंका। जब भी हम कहीं बाहर जाते हैं तो वह कोल्ड ड्रिंक की जगह टेट्रा पैक वाला जूस पीना पसंद करती है। यानी प्रियंका डिब्बा बंद वह जूस पीती हैं, जिस पर रियल फ्रूट जूस लिखा रहता है।
इसके पीछे उसके कुछ लॉजिक हैं, इसे जानने के लिए मेरे और उसके बीच की ये बातचीत पढ़ें…
रियल फ्रूट जूस ही क्यों?
प्रियंका- कोल्ड ड्रिंक से बेहतर रियल फ्रूट जूस होता है।
पर इस वाले फ्रूट जूस में बहुत ज्यादा शुगर है?
प्रियंका पर साथ में कम से कम फल तो है।
प्रियंका की तरह टेट्रा पैक जूस पीने वाले हर व्यक्ति का अपना तर्क है। कुछ और लॉजिक पर नजर डालते हैं
यह आसानी से हर जगह मिल जाता है।
इसे फ्रिज में हफ्तों तक रख सकते हैं।
इन्हें अलग-अलग गुणों वाले फलों व सब्जियों के कॉम्बिनेशन से तैयार किया जाता है, जिनका किसी एक फल या सब्जी में होना संभव नहीं है।
फ्रेश जूस बेचने वाले के पास हाइजीन इश्यू हो सकता है। टेट्रा पैक वाले जूस के साथ ऐसा नहीं है।
ये सॉफ्ट ड्रिंक से ज्यादा हेल्दी है।
सॉफ्ट ड्रिंक या कोल्ड ड्रिंक शरीर के लिए अच्छा नहीं है। इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं, ये बात तो सभी जानते हैं। दूसरी ओर ऐसे ही लोगों को यह भी लगता है कि पैकेट बंद जूस सेहत के लिए अच्छा है। आपकी सोच भी अगर यह है कि डिब्बे वाला जूस हम पी सकते हैं, क्योंकि यह सॉफ्ट या कोल्ड ड्रिंक से ज्यादा बेहतर है तो आज आपके इस भ्रम को तोड़ने का समय है।
दरअसल, दोनों ही आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। कैसे, यह जानने के लिए सबसे पहले इस रिसर्च पर नजर डालते हैं
ग्लासगो यूनिवर्सिटी के कार्डियोवैस्कुलर और चिकित्सा विज्ञान संस्थान की एक रिसर्च में साबित किया गया कि सॉफ्ट ड्रिंक से ज्यादा अच्छा पैकेट बंद फ्रूट जूस होता है। यह सोच ही गलत है। पैकेट बंद फ्रूट जूस ज्यादा पीने से डायबिटीज का खतरा हो सकता है। फ्रूट जूस और सॉफ्ट ड्रिंक दोनों में ही एनर्जी डेंसिटी-शुगर की मात्रा एक समान होती है।
सवाल- पैकेट बंद फ्रूट जूस और कोल्ड ड्रिंक में कैलोरी और शुगर कितनी होती है?
जवाब- 250ml के ग्लास में पैकेट बंद फ्रूट जूस और कोला डालकर देखा गया तो…
पैकेट बंद फ्रूट जूस में 110 किलो कैलोरी और 26 ग्राम शुगर मौजूद थी।
कोल्ड ड्रिंक में 105 किलो कैलोरी और 26.5 ग्राम शुगर मौजूद थी।
मैंने 26 ग्राम शुगर (चीनी) को जब मापा तो यह लगभग 6 बड़े चम्मच में आया। यानी अगर आप 1 ग्लास पैकेट वाला जूस पीते हैं तो एक बार में 6 चम्मच शक्कर खाते हैं।
इतनी ज्यादा मात्रा में अगर शुगर आपकी बॉडी में जाएगी तो कुछ दिनों बाद लीवर, किडनी और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
सिर्फ 25 प्रतिशत असली फ्रूट का होता है इस्तेमाल
फूड, लाइफस्टाइल और वेलनेस एक्सपर्ट डॉक्टर सिद्धांत भार्गव कहते हैं कि टेट्रा पैक यानी पैकेट बंद फ्रूट जूस बच्चों को बीमार कर सकता है। इसमें न तो फाइबर होता है, न ही कोई पोषक तत्व। इसमें हाई शुगर और कैलोरी मौजूद होती है, जिसकी वजह से कई तरह की प्रॉब्लम हो सकती है।
डिब्बे वाले फ्रूट जूस में फलों का हिस्सा सिर्फ 25 फीसदी ही होता है। जिस फल का जूस पैक किया जा रहा है, उसका फ्लेवर डाला जाता है। इसके साथ इसमें कैडमियम, कार्बनिक, आर्सेनिक और मरकरी या लेड पाया जाता है। इससे बच्चों के हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। ग्रोइंग एज में ब्रेन सही तरह से डेवलप नहीं हो पाता।
अब एक रिसर्च पर नजर डालते हैं
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिसर्च के अनुसार नॉर्मल कोल्ड ड्रिंक हो या डाइट वाले दोनों को पीने से हर साल…
दुनिया भर में 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है।
लगभग डेढ़ लाख लोगों को डायबिटीज होता है।
करीब 6000 लोग कैंसर के शिकार होते हैं।
44,000 लोग दिल की बीमारियों से परेशान होते हैं।
क्या आप अब भी ऑफिस के टिफिन बैग में और अपने बच्चों के लंच बैग में पैकेट बंद जूस डालने की सोच रहे हैं? अगर अब भी जवाब हां है तो चलिए इसके नुकसान जान लेते हैं
अमेरिका की इस स्टडी से लें सबक
कंज्यूमर रिपोर्ट्स की एक स्टडी में यह बात साबित हुई है कि अमेरिका में बिकने वाले 45 फेमस ब्रांड्स के फ्रूट जूस की टेस्ट में कैडमियम, इनऑर्गेनिक आर्सेनिक और मरकरी या लेड पाया गया, जो कि बेहद खतरनाक है। ज्यादातर जूस में मेटल की मात्रा भी ज्यादा थी। 7 ब्रांड के जूस तो हर लेवल पर फेल हुए।
बाजार में बिकने वाले पैकेट बंद फ्रूट जूस में क्या होता है?
प्रिजर्वेटिव और हाई लेवल शुगर होता है।
शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है।
फल की नेचुरल खुशबू के लिए फ्लेवर का इस्तेमाल।
घर पर बनाकर पिएं ताजे फल का जूस
फाइबर होने की वजह से खून साफ करता है।
आसानी से पचता है।
ताजा जूस एंटी-एजिंग की तरह काम करता है।
स्किन और बालों में चमक आती है।
कब्ज, पानी की कमी दूर करता है।
विटामिन और मिनरल की वजह एनर्जेटिक फील करते हैं।
छत्तीसगढ़
CM बघेल ने किया घोषणा, कहा- अब खैरागढ़-छुईखदान और गंडई होगा नया जिला… पढ़े पूरी खबर…
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ उपचुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद सीएम भूपेश बघेल ने शनिवार देर शाम खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को नया जिला बनाने की घोषणा कर दी। कांग्रेस की नव निर्वाचित विधायक यशोदा वर्मा सीएम से मिलने पहुंची थी। कांग्रेस उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र मिलने के 3 घंटे के भीतर पूरा कर दिया। खैरागढ़-गंडई अब छत्तीसगढ़ प्रदेश का 33वां जिला होगा। सीएम ने अपने कार्यकाल के साढ़े तीन साल में यह छठवां जिला बनाया है।
सीएम ने खैरागढ़-छुईखदान-गुंडई को नया जिला बनाने के साथ साल्हेवारा को पूर्ण तहसील और जालबांधा को उप तहसील का दर्जा देने का भी ऐलान कर दिया। सीएम निवास कार्यालय में खैरागढ़ विधानसभा की जीत पर आभार प्रदर्शन नवनिर्वाचित विधायक यशोदा वर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। सीएम ने कहा कि जनता ने सरकार की कामकाज पर अपनी मुहर लगाई है। पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में 56 हजार से अधिक मत मिले है।
राजस्व विभाग ने शुरू किया काम
मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि सांसद राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कहा था कि 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफी की जानी है, लेकिन हमने उसे 2 घंटे के भीतर ही पूरा किया। खैरागढ़ को हमने 24 घंटे के भीतर जिला बनाने का वायदा किया था। हमने कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा की जीत के 3 तीन घंटे के भीतर पूरा कर दिया है। इस दौरान मंत्री रविन्द्र चौबे, मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम उपस्थित रहे। राजस्व सचिव नीलम नामदेव एक्का ने बताया कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को जिला बनाने की प्रक्रिया राजस्व विभाग ने शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़
हैरान कर देने वाली न्यूज़ जिससे पड़ कर आप दंग रह जायगे जब अनार की बोरी से निकली नोटों की गद्दी
फ्रूट की पेटियों में फलों के साथ नोटों की कतरन देख हर कोई चौंक गया। पेटियों में 20 से 500 रुपए के नोटों की कतरन निकल रही है। गुजरात से आ रही फल की पेटियों में ये कतरन मिल रही हैं। मामला नागौर के कुचामन का है।
फ्रूट व्यापारियों ने बताया कि पिछले 15 दिन से ऐसा हो रहा है। सबसे ज्यादा अनार की पेटियों से नोटों की कतरनें निकल रही हैं। इसमें कागज की भी कतरनें होती हैं। पिछले कुछ दिन से इनमें नोट वाले कागज की कतरनें आ रही हैं। लोग अपने पास नोट से उनका मिलान कर रहे हैं। कई कतरनों में तो नोट पर आने वाला सिक्योरिटी धागा भी हैं। व्यापारियों ने आशंका जताई कि कतरन नकली नोटों के भी हो सकते हैं। भास्कर ने पड़ताल कर जानकारी जुटाई और गुत्थी को सुलझाने का प्रयास किया है। आप भी जानिए नोटों के इन कतरनों का राज।
कुचामन थानाधिकारी हनुमान चौधरी बताया कि जांच की पहली कड़ी में अनार की पेटियों पर लिखे नंबर से संपर्क किया। अनार के होलसेल व्यापारी से संपर्क हुआ। वह महाराष्ट्र का रहने वाला है। यह भारतीय मुद्रा की कतरन किसी टेंडर होल्डर से किलो के भाव में खरीदता है। इसे अनार की पेटियों में डालने के काम में लिया जाता है।
टेंडर होल्डर से संपर्क कर जानकारी जुटाई गई। नासिक (महाराष्ट्र) में टेंडर होल्डर चलाने वाले नितिन सुलतानिया से बात की गई, जो UP के रहने वाले हैं। टेंडर डालने वाली कंपनी का नाम श्री साईं ट्रेडिंग है। यह भारतीय करेंसी नोट प्रेस से करतन लेती है। कतरन क्विंटल के भाव से खरीदकर व्यापारियों को किलो के भाव से बेच दिया जाता है। नितिन सुलतानिया ने बताया कि कतरन भारतीय मुद्रा की ही है। भारतीय नासिक करेंसी नोट प्रेस से बचे हुए लॉट की कतरन को हम टेंडर में खरीदते हैं।
-
Lifestyle5 days ago
Vastu Tips: आईने को गलत दिशा में रखने से हो सकती है परेशनी, जाने इसे सही दिशा में रखने के उपाये…
-
जॉब6 days ago
परिवहन उप निरीक्षक की निकली भर्ती,उम्मीदवार जल्द करे आवेदन…
-
जॉब5 days ago
भारतीय डाक विभाग में निकली बम्फर भर्ती,जल्द करें आवेदन
-
जॉब6 days ago
बैंक ऑफ बड़ौदा में निकली 100 पदों पर बम्फर भर्ती,1 लाख 50 तक मिलेगी सैलरी..
-
जॉब4 days ago
पंजाब नेशनल बैंक में 12वीं पास के लिए चपरासी पदों पर निकली बंपर भर्ती, जाने आवेदन की तिथि और शैक्षणिक योग्यता…
-
देश - दुनिया4 days ago
मौसम मे आज आयगा बदलाव:दक्षिण से आ रही हवा के चलते मौसम में नमी, हल्की बूंदाबांदी के साथ धूल भरी आंधी चलने की संभावना
-
जॉब5 days ago
नौकरी पाने का शानदार मौका : बैंक ऑफ बड़ौदा में निकली इतने पदों पर भर्ती,लाखोँ में मिलेगी सैलरी…
-
जॉब6 days ago
बैंक ऑफ बड़ौदा मे निकली भारती,उम्मीद्वार जल्द करे आवेदन
-
जॉब5 days ago
इंटेलिजेंस ब्यूरो में निकली भर्ती,उम्मीदवार जल्द करें आवेदन…
-
देश - दुनिया3 days ago
सुकन्या समृद्धि योजना में हुए 5 बड़े बदलाव, जानिए क्या है ये बदलाव…
You must be logged in to post a comment Login