Lifestyle
मेकअप टिप्स: गर्मियों में ऑफिस जाने वाली महिलाएं ऐसे करें मेकअप; जिनसे उनकी स्किन ख़राब नही होगी’ ये है टिप्स..
गर्मियों के मौसम में मेकअप से जुड़ी कई प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। अधिक पसीना आने पर यह पानी बनकर बह जाता है। इसके अलावा भी मेकअप सही तरीके से सेट नहीं हो पाता। कभी पैची तो कभी ओवर दिखने लगता है। साथ ही, न्यूट्रल मेकअप करने में काफी परेशानी आती है। खास कर अगर आपका स्किन टाइप एक्स्ट्रा ऑयली हो। हालांकि, इसके अलावा भी कई ऐसी वजह हैं, जिससे मेकअप लुक खराब दिखने लगता है।
बता दें कि गर्मियों का मौसम ऐसा होता है, जब हम फ्रेश दिखना अधिक पसंद करते हैं। आउटफिट के साथ-साथ लुक भी उसी तरह से रखना चाहते हैं। इसके लिए वो मेकअप भी करते हैं, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, इसे स्किप करना शुरू कर देते हैं। ऑफिस जाने वाली महिलाएं अक्सर ऐसा मानती हैं कि गर्मी में मेकअप करने में काफी परेशानी आती है। वहीं खराब मेकअप से उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में आज हम आपको एक्सपर्ट के द्वारा कुछ टिप्स बताएंगे। डॉक्टर किरण ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर कर बताया कि आखिर गर्मियों में मेकअप कैसा होना चाहिए। साथ ही, किन-किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। उनके द्वारा बताई गई ये छोटी-छोटी टिप्स आपके मेकअप लुक को परफेक्ट बनाने में मदद कर सकती हैं।
फाउंडेशन की जगह इस्तेमाल करें ये चीजें
डॉक्टर किरण के अनुसार, हमेशा ध्यान रखें कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है मेकअप को कैरी करने में मुश्किलें भी बढ़ जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि सिंपल और लाइट मेकअप करें। इसके लिए फाउंडेशन या फिर पाउडर यूज करने के बजाए बीबी क्रीम अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा टिंटेड मॉइश्चराइजर या फिर टिंटेड सन ब्लॉक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
मेकअप लगाने से पहले प्राइमर लगाना बहुत जरूरी होता है। यह मेकअप को फैलने से रोकता है, लेकिन गर्मियों में आप इसे ऑयली एरिया पर ही लगाएं। दरअसल, ऑयली स्किन या फिर फेस का टी-जोन एरिया ऐसा होता है, जहां से मेकअप फैलने का डर रहता है। इसलिए लाइट मेकअप को ध्यान में रखते हुए इसे सिर्फ टी-जोन या फिर चेहरे के ऑयली एरिया पर लगाएं।
कुछ लोगों के चेहरे पर दाग-धब्बे या फिर डार्क सर्कल होते हैं। इन्हें छुपाने के लिए कंसीलर का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, गर्मियों में यह पूरी तरह से ऑप्शनल है, अगर आपको इसकी जरूरत नहीं लग रही है तो उसे स्किप कर दें। इसके अलावा उन्हीं जगहों पर लगाएं, जहां जरूरत है।
फेस मिस्ट एक तरह का स्प्रे है, जिसे मेकअप करने के बाद अप्लाई किया जाता है। यह आपकी त्वचा के डिहाइड्रेशन को रोकता है और उसे हाइड्रेट रखता है। यही नहीं इसके इस्तेमाल से आपको एक फ्रेश लुक मिलेगा। आप अपनी स्किन टाइप के अनुसार, कोई भी फेस मिस्ट का उपयोग कर सकती हैं।
चेहरे पर अधिक मेकअप लेयर ना करें। एक साथ कई सारे प्रोडक्ट्स यूज करने से पोर्स ब्लॉक हो सकते हैं। यही नहीं गर्मियों में इसके साथ जब आप बाहर तेज धूप में निकलती हैं तो एक्ने की समस्या होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए कोशिश करें कि इसे नॉर्मल और सिंपल रखा जाए। (फोटो साभार: pexels)
Lifestyle
सोने से पहले न करे, इन चीजो का सेवन हो सकते है, भारी नुकसान..
रात में सोने से पहले कुछ खाने की क्रेविंग होना बहुत सामान्य है। अक्सर इसके लिए लोग हल्के स्नैक्स, मिठाइयों, आइसक्रीम या कॉफी-चाय का सेवन करते हैं। पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सोने से ठीक पहले खाने की चीजों के चयन को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।क्या जाने-अनजाने हम में से ज्यादातर लोग क्रेविंग को शांत करने के लिए कई ऐसी चीजों के खाने-पीने की आदत बना लेते हैं जिनसे न सिर्फ रात की नींद प्रभावित हो सकती है, साथ ही दीर्घकालिक रूप से ये चीजें आपमें मोटापा, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी समस्याओं तक का जोखिम बढ़ा सकते हैं। इसलिए अब से जब भी आप सोने से पहले कुछ भी खाएं तो उससे होने वाले प्रभावों के बारे में जरूर जान लें।
विशेषज्ञों का कहना है कि हम सभी को रात का भोजन हल्का रखना चाहिए जिससे नींद अच्छी आए। वहीं यदि आपकी सोने से पहले कुछ खाने-पीने की आदत है तो इसके प्रभाव-दुष्प्रभावों के बारे में भी जान लेना बहुत आवश्यक हो जाता है। आइए जानते हैं कि सोने से पहले किन चीजों के सेवन को सेहत के लिहाज से नुकसानदायक माना जाता है?
क्या सोने से पहले आइसक्रीम खा सकते हैं?
ज्यादातर लोगों की सोने से पहले आइसक्रीम खाने की आदत होती है।आइसक्रीम मुंह के स्वाद को बेहतर करने के साथ ताजगी और तरावट का एहसास दिलाते हैं। पर सेहत के लिहाज से विशेषज्ञ इस आदत को अस्वास्थ्यकर मानते हैं। आइसक्रीम में शुगर की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में सोने से पहले इसका सेवन ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है। सोने से पहले आइसक्रीम खाने की आदत को नींद संबंधी विकारों को बढ़ावा देने वाला भी माना जाता है।
रात में कॉफी-चाय न पिएं
रात में अच्छी नींद पाने के लिए कॉफी-चाय न पीने की सलाह दी जाती है। इनमें कैफीन नामक तत्व की अधिकता होती है, जो मस्तिष्क को उत्तेजित कर देता है। ऐसे में यह नींद विकारों का कारण बन सकती है। कैफीन वाली चीजों को नींद भगाने वाला माना जाता है, ऐसे में इनके नियमित रात में सेवन की आदत, आपमें अनिद्रा जैसी समस्याओं के जोखिम को काफी बढ़ा सकती है।
टाइरामाइन वाली चीजों से बचें
विशेषज्ञों का कहना है कि रात में अच्छी नींद और बेहतर स्वास्थ्य दोनों का ध्यान रखते हुए हमें सोने से पहले उन चीजों के सेवन से बचना चाहिए जिनमें टाइरामाइन अधिक होता है। टाइरामाइन, एक अमीनो एसिड है जो मस्तिष्क के लिए प्राकृतिक उत्तेजक के रूप में काम करता है। सोने से पहले इसके सेवन की आदत आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है। सोया सॉस, रेड वाइन आदि में इसकी अधिकता होती है।
इन चीजों का कर सकते हैं सेवन
यदि आपको रात में सोने से पहले कुछ खाने की तीव्र इच्छा होती है तो इसके लिए स्वस्थ और पौष्टिक चीजों का चयन करना बहुत आवश्यक है। ऐसी चीजों के सेवन पर ध्यान दें जो नींद की गुणवत्ता को सुधारने के साथ शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती हों। इसके लिए दलिया, साबुत अनाज, दूध, कच्चे पनीर, अखरोट आदि का सेवन किया जा सकता है।
Lifestyle
क्या आप भी डियोड्रेंट लगाने के शौकीन है, तो लगाते समय बरते सावधानियां..
Summer Health Tips: हम रोजाना कई सारे कैमिकल्स के बीच जीते हैं। इनमें से कुछ हमारी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं, तो कुछ को हमने शौक या लग्जरी की वजह से अपना लिया है। इनमें एक बड़ा प्रतिशत है कॉस्मेटिक्स का। साबुन से लेकर शैंपू और लोशन तक और परफ्यूम से लेकर डियो स्टिक तक, रोजाना हमारा शरीर कई सारे रसायनों से होकर गुजरता है। जाहिर है कि रसायन हैं तो रासायनिक प्रतिक्रिया भी देंगे ही। डियोड्रेंट का प्रयोग भी इसी के अंतर्गत आता है। गर्मियों के दिन हों या बारिश के, पसीने और उमस भरे वातावरण में डियोड्रेंट मन को ताजगी का एहसास देने का काम करता है। साथ ही ये पसीने की दुर्गंध को भी दूर रख सकता है। मुश्किल यह है कि डियो का गलत तरीके से इस्तेमाल या अधिक इस्तेमाल भी कई समस्याएं खड़ी कर सकता है। इसलिए इसके उपयोग को लेकर सतर्कता रखना जरूरी है।
तेज गर्मी का मौसम हो या बारिश के उमस भरे दिन, शरीर पर खुशबूदार डियो की छुअन मन को भी प्रफुल्लित कर डालती है। यहां यह जानना जरूरी है कि डियोडरेंट त्वचा की एसिडिटी को बढ़ाकर बदबू पर नियंत्रण का काम करता है। खासतौर पर बगलों यानी आर्मपिट पर। लेकिन यह पसीने पर नियंत्रण नहीं करता। डियोड्रेंट एक प्रकार का कॉस्मेटिक ही है। इसलिए ये रसायनों से ही बनाए जाते हैं। पसीने की बदबू को रोकने के लिए इनमें परफ्यूम का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही इनमें अल्कोहल भी होता है। यही कारण है कि जब आप स्किन पर इसे अप्लाई करते हैं तो स्किन रूखी और रंगहीन भी हो सकती है।
एलर्जी और डियो:
डियो के कारण कई बार एलर्जी ट्रिगर हो सकती है। इसमें त्वचा पर रैशेज, दाने, लाली, खुजली, जलन होना या त्वचा पर पपड़ी बनना या सूजन आना आदि होने के साथ ही सांस सम्बन्धी लक्षण भी पनप सकते हैं। आमतौर पर यह कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस का ही एक प्रकार होता है। ऐसा डियो में मौजूद एल्युमिनियम, अल्कोहल, कृत्रिम सुगंध, पैराबीन्स जैसे प्रिजर्वेटिव्ज, रंग या अन्य रसायनों की वजह से हो सकता है।
इन बातों का रखें ख्याल:
-सबसे पहली चीज है आपकी स्किन की संवेदनशीलता। अगर आपकी स्किन सेंसेटिव है तो बहुत सतर्कता से डियो का चुनाव करें। हो सके तो विशेषज्ञ से परामर्श भी लें।
-आपको याद रखना होगा कि शरीर पर आने वाला पसीना बदबूदार नहीं होता। ये आपकी स्किन पर पलने वाले बैक्टीरिया होते हैं जो इस बदबू का कारण बनते हैं। इसलिए यदि आप बॉडी ओडर से परेशान हैं तो पहले इसका कारण जानें। बजाय कारण समझे ढेर सारे डियो का उपयोग न करें। हो सकता है आपके साथ कोई ऐसी समस्या हो जिसे सही उपचार की जरूरत हो।
कॉटन के साफ धुले कपड़े पहनने, रोज अच्छे से नहाने, शरीर को साफ रखने, शरीर के अतिरिक्त बालों को हटाने और खान-पान में थोड़ा बदलाव लाने जैसे तरीकों से काफी हद तक पसीने की बदबू को नियंत्रित किया जा सकता है।
-आर्मपिट डिटॉक्स, एलोवेरा, नारियल तेल, टी ट्री ऑइल, एप्सम सॉल्ट, कोल्ड कम्प्रेस, आदि जैसे साधनों से भी बदबू की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
–
Lifestyle
क्या आप भी ब्लड प्रेशर का मरीज है तो, रखे इन बातो का ध्यान..
जीवनशैली और आहार में गड़बड़ी के कारण जिन स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़ता हुआ देखा गया है, हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) उनमें से एक है। एक दशक पहले तक हाइपरटेंशन को मुख्यरूप से बुजुर्गों में होने वाली समस्या के तौर पर जाना जाता था, हालांकि अब कम उम्र के लोग भी इसके शिकार होते देखे जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से वैश्विक स्तर पर हाई ब्लड प्रेशर वाले रोगियों की संख्या में उछाल देखा जा रहा है, ऐसे में इस खतरे को समझते हुए सभी लोगों को कम उम्र से ही बचाव के उपाय शुरू कर देने चाहिए।
अध्ययनों से पता चलता है कि हाई ब्लड प्रेशर जीवनभर बनी रहनी वाली समस्या है, दवाइयों के माध्यम से सिर्फ इसे कंट्रोल किया जा सकता है। हम सभी जाने-अनजाने कई ऐसी चीजें करते रहते हैं जो रक्तचाप बढ़ने का कारण बन सकती हैं। हाइपरटेंशन के बढ़ते वैश्विक खतरे के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि हमारी कौन सी आदतें रक्तचाप बढ़ने का कारण बन सकती हैं? जिनपर सभी लोगों को विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता है।
सेंडेंटरी लाइफस्टाइल
सेंडेंटरी लाइफस्टाइल यानी कि गतिहीन जीवनशैली को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का प्रमुख कारण माना जाता है, हाई ब्लड प्रेशर की भी समस्या उसमें से एक है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने वाले काम करते हैं या फिर नियमित रूप से व्यायाम या शारीरिक गतिविधि नहीं करते हैं, उनमें रक्तचाप बढ़ने का जोखिम कई गुना अधिक हो सकता है। इससे बचे रहने के लिए दिनचर्या में योगासनों को जरूर शामिल करें।
सोडियम युक्त चीजों का अधिक सेवन
सोडियम की अधिकता को रक्तचाप बढ़ाने वाले प्रमुख जोखिम कारकों के रूप में जाना जाता है। सोडियम, नमक का प्रमुख घटक है, ऐसे में ज्यादा नमक युक्त चीजों का सेवन करना आपको हाई ब्लड प्रेशर का रोगी बना सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार सभी लोगों को दिनभर में किसी भी प्रकार से 2,300 मिलीग्राम से अधिक मात्रा (करीब एक चम्मच) से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
तनाव के कारण बढ़ सकती है समस्या
कई शोध, तनाव लेने को ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारकों में से एक मानते हैं। अधिक तनाव लेने वाले लोगों में क्रोनिक हाइपरटेंशन का जोखिम बढ़ जाता है जिसे हृदय रोगों का कारण माना जाता है। यही कारण है कि सभी लोगों को दैनिक जीवन में तनाव प्रबंधन के उपाय जैसे योग-मेडिटेशन और स्वस्थ आहार को अपनाने की सलाह दी जाती है। तनाव के स्तर को कंट्रोल करके ब्लड प्रेशर को भी बढ़ने से रोका जा सकता है।
शराब-धूम्रपान और कैफीन का सेवन
शराब-धूम्रपान की आदत को अध्ययनों में सेहत के लिए कई प्रकार से नुकसानदायक बताया गया है। इसके अलावा अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करने वाले लोगों में भी रक्तचाप बढ़ने का खतरा हो सकता है। विशेषज्ञ सभी लोगों को कैफीन युक्त चीजों का सेवन नियंत्रित करने और शराब-धूम्रपान से बिल्कुल परहेज करने की सलाह देते हैं। इन बातों को ध्यान में रखकर हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को 40 फीसदी तक कम किया जा सकता है।
-
जॉब6 days ago
भारतीय खाद्य निगम में निकली 4700 से अधिक पदों पर भर्ती,ग्रेजुएट पास के लिए बेहतरीन मौका…
-
जॉब6 days ago
हेड कॉन्स्टेबल की बंफर भर्ती,जानें आवेदन की तिथि और शैक्षणिक योग्यता
-
जॉब6 days ago
PM Kisan योजना 11वीं किस्त की लिस्ट जारी,चेक करें यहाँ…
-
Tech & Auto7 days ago
लॉन्च होते ही TATA की यह इलेक्ट्रिक कार ने मचाई खलबली, जाने क्या है इसके फीचर्स और कीमत…
-
छत्तीसगढ़6 days ago
खुशखबरी: CM बघेल ने मनरेगा के तहत मानदेय बढाने का किया बड़ा ऐलान…
-
जॉब6 days ago
बिजली विभाग में निकली बंपर भर्ती, जाने क्या है आवेदन की अंतिम तिथि और शैक्षणिक योग्यता…
-
जॉब6 days ago
भारतीय डाक विभाग में निकली 38,926 पदों पर भर्ती, 10 वी पास करे अप्लाई…
-
जॉब5 days ago
बिजली विभाग में निकली बंपर भर्ती, जाने क्या है आवेदन की अंतिम तिथि और शैक्षणिक योग्यता…
-
जॉब5 days ago
ONGC में 3614 पदों पर भर्ती,अंतिम तिथि 22 मई…
-
जॉब6 days ago
लेक्चरर की निकली भर्ती,आवेदन 16 मई से शुरू…ये रही शैक्षणिक योग्यता
You must be logged in to post a comment Login