देश - दुनिया
आप भी खरीद सकते हैं ये 10 खूबसूरत आइलैंड, जानिए कीमत…
अमेरिका के ये 10 सबसे महंगे निजी द्वीप लक्जरी के साथ सामाजिक दूरी का आनंद लेने के लिए बेस्ट हैं. इनमें से जिक्र लायक एक सस्ता आईलैंड पेट्रे द्वीप, जो न्यूयॉर्क के कार्मेल में है, जो मात्र 9.95 मिलियन डॉलर यानि करीब 74 करोड़ रुपये में सेल में लिस्ट किया गया है. और सबसे महंगा आईलैंड 26 एकड़ के क्षेत्रफल वाला फ्लोरिडा का पंपकिन की है, जिसकी कीमत करीब 10 गुना ज्यादा 708 करोड़ है. देखें रियल स्टेट वेबसाइट Realtor.com पर लिस्टेड 10 सबसे खूबसूरत प्राइवेट आईलैंड्स की लिस्ट-
- वॉशिंगटन के डिकैटर आईलैंड में ट्रंप आईलैंड की कीमत 41 करोड़ रुपये है. यह बहुत ही सुंदर आईलैंड है हालांकि इसका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कोई लेना-देना नहीं है. इस आईलैंड का अपना पावर और वाटर सिस्टम है और इस पर एक दो बेडरूम का घर भी बना हुआ है. जो सन 2000 में बनाया गया था.
- हूपस्टिक आईलैंड साउथ कैरोलीना में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 156 एकड़ है. यह आईलैंड एक दलदली रास्ते से जमीन से भी जुड़ा हुआ है. यह अटलांटिक महासागर से जुड़ता है और इसपर एक डीप वाटर डॉकयार्ड भी है. इसकी देखभाल करने के लिए यहां एक केयरटेकर हैं, जो तीन बेडरूम वाले घर में रहते हैं.
- गल आईलैंड को करीब 59 करोड़ रुपये में खरीदा जा सकता है. इस 9.5 एकड़ के आईलैंड पर एक 10 हजार स्क्वायर फुट का घर भी बना है. यहां एक गेस्ट कॉटेज भी है. इसके अलावा अगर खरीददार बनवाना चाहे तो इसके और एक एकड़ इलाके में निर्माण कार्य कराया जा सकता है. इसके मुख्य घर के एक हिस्से को लाइब्रेरी बनाया गया है. इसमें 4 फायरप्लेस भी हैं. इसमें एक पूल और 2500 बोतलों वाला वाइन सेलर भी है.
- पश्चिम में स्थित इस महत्वपूर्ण प्रॉपर्टी पर किसी का घर नहीं है. इसका उपयोग मधुमक्खियां पालने के स्थान के तौर पर होता है. और किसी भी परिवार के लिए यहां घर बनाकर रहना आसान नहीं होगा क्योंकि इसके 10 एकड़ के इलाके में मैंग्रोव वनस्पतियां हैं और कुछ इलाका सूखा और ऊंचा है. हालांकि यह स्टॉक आईलैंड मरीना से मात्र 10 मिनट की दूरी पर स्थित है.
- पेट्रे आईलैंड- यह न्यूयॉर्क सिटी से मात्र 1 घंटे की दूरी पर स्थित है. इसका क्षेत्रफल 10 एकड़ है. इस प्रॉपर्टी पर दो घर, एक गेस्ट हाउस, एक प्रमुख घर बना है. जिसे मशहूर आर्किटेक्ट फ्रैंक लॉयड राइट ने डिजाइन किया है. ऊपर से देखने पर इसके प्रमुख घर के झील के ऊपर बना होने का शक होता है. अगर आप इसे खरीदते हैं, तो आपको एक टीहाउस, समुद्री तट, डॉकयार्ड और एक हैलीपैड इसके साथ मिलेंगे.
- गालू आईलैंड- 2000 एकड़ का यह आईलैंड ओंटारियो झील के बीचोबीच है. इसमें सात बेडरूम का लॉज़, गेस्टहाउस, लॉग केबिन, नौ अन्य बिल्डिंगें, टूल शेड, गैरेज और एक कुत्ते का घर है. इस द्वीप की 13 मील लंबी तट रेखा है. इसके साथ ही यह 500 हिरनों सहित कई जीव-जन्तुओं का घर है.
- टेरा की- कोई सौभाग्यवान ही इस 16 एकड़ के आईलैंड का मालिक बनेगा. जिसकी कीमत करीब 97 करोड़ रुपये है. इस आईलैंड का दाम पहले 100 करोड़ से भी ज्यादा रखा गया था, जिसे बाद में कम करके 97 करोड़ किया गया. यहां रहने वाले इलाके में पांच बेडरूम, एक पूल, कबाना और टेनिस कोर्ट बना हुआ है. यहां से एलिगेटर रीफ का व्यू भी लिया जा सकता है. सबसे अच्छा है यहां आने का 2000 फुट का रास्ता, जिसके चलते यहां आना बहुत आसान है.
- कोलंबिया और पी आईलैंड- न्यू रोचेले, न्यूयॉर्क में पड़ने वाले इस आईलैंड में दो आईलैंड हैं, कोलंबिया आईलैंड और पी आईलैंड. पी आईलैंड खरीदने वाले को चार बेडरूम वाला एक घर मिलेगा, जिसे 1940 में बनाया गया था. हालांकि इस घर को हाल ही में नया रंग-रूप दिया गया है. यहां अलग से इंटरटेनमेंट स्पेस है. और इसकी छत से न्यूयॉर्क सिटी और न्यू रोचेले के नज़ारे लिए जा सकते हैं.
- कैप्टिवा की- इस आईलैंड को 134 करोड़ रुपये की कीमत अदा कर खरीदा जा सकता है. खरीदने वाला अपने सपनों का घर यहां बना सकता है क्योंकि यहां पहले से कोई घर नहीं बना है. 14 एकड़ इलाके वाले इस द्वीप के चारों ओर व्हाइट सैंड बीच है और यह सरकारी प्रॉपर्टी से भी घिरा है. यह अमेरिका से ऐसे सबसे बड़े आईलैंड के तौर पर भी लिस्टेड है, जिस पर लोग नहीं रहते.
- पंपकिन की- यह 26 एकड़ क्षेत्रफल वाला आईलैंड फ्लोरिडा की में कार्ड साउंड बे में स्थित है. यहां पर एक हवाई पट्टी भी है. लिस्टिंग के मुताबिक यहां पर तीन बेडरूम वाला एक घर है. देखरेख करने वालों के लिए दो कॉटेज हैं. और एक डॉकमास्टर अपार्टमेंट है. इस आईलैंड को 2014 में करीब 708 करोड़ रुपये में लिस्ट किया गया था. तबसे अब तक फिलहाल कोई इतना दाम नहीं दे सका है.
देश - दुनिया
जानिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से कितने फायदे में है इस राज्य के लोग…
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से हरियाणा के किसानों को काफी लाभ मिला है. वर्ष 2016 से 2021 तक यानी पांच साल में यहां के कुल 75.12 लाख किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया. इसके प्रीमियम के रूप में किसानों को मात्र 1258.49 करोड़ रुपए देना पड़ा, जिसके बदले फसलों का नुकसान होने पर उन्हें 4194.25 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया. राज्य में यह योजना वर्ष 2016 से लागू है. इसके तहत खरीफ फसल में धान, कपास, बाजरा, मक्का एवं रबी फसल में गेहूं, जौ, सरसों, चना तथा सूरजमुखी का बीमा किया जा रहा है. इस बात की जानकारी प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने दी है.मेरी पॉलिसी मेरे हाथ अभियान नामक कार्यक्रम में दलाल ने कृषि विभाग व बीमा एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस बीमा पॉलिसी के लिए किसानों को विस्तार से जानकारी दें. किसानों को पॉलिसी के दस्तावेज प्राप्त करने के साथ-साथ उस योजना को बारीकी समझना है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के बाद फसल का नुकसान होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत उसके नुकसान की भरपाई की जा रही है. इसके लिए किसान को मामूली प्रीमियम देना होता है
गांव स्तर पर वितरित की जाएंगी बीमा पॉलिसी
दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रावधानों बारे में किसानों को जागरूक करने और फसल बीमा पॉलिसियों की डिलीवरी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मेरी पॉलिसी मेरे हाथ अभियान की शुरूआत की गई है. इसके तहत प्रदेश के 7.33 लाख बीमित किसानों को रबी 2021-22 की पॉलिसी का वितरण ग्राम स्तर पर किया जाएगा. कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा व महानिदेशक डॉ. हरदीप सिंह भी मौजूद रहे.
किसानों को मिलेगी पूरी जानकारी
इस पॉलिसी से किसानों को उनकी फसल के लिए काटा गया प्रीमियम और फसल बीमा की पूर्ण जानकारी मिल जाएगी, जिससे फसल खराबी के समय दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि बीमा कंपनियां बीमित किसानों को यह पॉलिसी वितरण करेंगी. इस कार्यक्रम की परिकल्पना केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में की गई है.
बागवानी बीमा योजना
हरियाणा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की तरह मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना भी शुरू की गई है. जिसमें 20 से अधिक फसलों का नाम मात्र के प्रीमियम पर बीमा किया जाता है. सब्जी फसलों पर 750 रुपये एवं फल वाली फसलों पर 1000 रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रीमियम लगता है. इसके बदले नुकसान होने पर सब्जियों व मसालों के लिए 30 हजार प्रति एकड़ और फलों के लिए 40 हजार रुपये प्रति एकड़ तक का क्लेम मिलता है.
देश - दुनिया
बड़ी खबर: सेंसेक्स 1800 अंकों से ज्यादा फिसला, निवेशकों की संपत्ति में आई भारी गिरावट…
यह सप्ताह शेयर बाजार के लिए काफी उथल-पुथल भरा रहा. पांच कारोबारी सत्रों में चार दिन बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि सात दिनों की लगातार गिरावट पर शुक्रवार को ब्रेक लगा और सेंसेक्स में 2.44 फीसदी की शानदार रिकवरी दर्ज की गई. उससे ठीक पहले गुरुवार को (24 फरवरी) रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के कारण सेंसेक्स में 2700 अंकों की भारी गिरावट (4.72 फीसदी) दर्ज की गई थी. उस दिन कच्चा तेल 105 डॉलर तक पहुंच गया था. साप्ताहिक आधार पर इस सप्ताह सेंसेक्स में 1825 अंकों (करीब 4 फीसदी) की गिरावट दर्ज की गई, जबकि BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया.BSE लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप इस सप्ताह घटकर 249.97 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इससे पहले जुलाई, 2021 में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 235.49 लाख करोड़ रुपए के निचले स्तर पर आया था. पिछले सप्ताह यह मार्केट कैप 260.48 लाख करोड़ रुपए का था. इस तरह निवेशकों की कुल संपत्ति में 10.51 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई. केवल सेंसेक्स की टॉप-10 कंपनियों के मार्केट कैप में बीते सप्ताह 3 लाख 33 हजार 307 करोड़ रुपए की गिरावट आई.
रिलायंस का मार्केट कैप 94828 करोड़ घटा
बीते सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 94,828.02 करोड़ रुपए घटकर 15,45,044.14 करोड़ रुपए रह गया. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के बाजार मूल्यांकन में 1,01,760.91 करोड़ रुपए की गिरावट आई और यह 13,01,955.11 करोड़ रुपए पर आ गया. एचडीएफसी बैंक का बाजार मूल्यांकन 31,597.65 करोड़ रुपए टूटकर 8,06,931.95 करोड़ रुपए रह गया.
इन्फोसिस का मार्केट कैप 5501 करोड़ घटा
इन्फोसिस की बाजार हैसियत 5,501.34 करोड़ रुपए घटकर 7,12,443.09 करोड़ रुपए पर और आईसीआईसीआई बैंक की 13,240.66 करोड़ रुपए के नुकसान के साथ 5,07,414.1 करोड़ रुपए पर आ गई. एचडीएफसी के बाजार पूंजीकरण में 6,929.03 करोड़ रुपए की गिरावट आई और यह 4,35,233.9 करोड़ रुपए पर आ गया. हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 33,234.97 करोड़ रुपए के नुकसान से 5,09,990.53 करोड़ रुपए रह गया.
SBI का मार्केट कैप 29094 करोड़ रुपए घटा
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार मूल्यांकन 29,094.23 करोड़ रुपए घटकर 4,30,924.87 करोड़ रुपए पर और बजाज फाइनेंस का 3,802.65 करोड़ रुपए के नुकसान से 4,20,653.95 करोड़ रुपए पर आ गया. भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 13,318.16 करोड़ रुपए घटकर 3,78,098.62 करोड़ रुपए रह गई.
टॉप-10 कंपनियों की लिस्ट
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, एसबीआई, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल का स्थान रहा.
देश - दुनिया
रुस को अब जंग से रोकने का विकल्प सिर्फ़ एक,तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अगर प्रतिबंधों के अलावा रूस को सीधे तौर पर रोका जाए, तो इसका मतलब है कि रूस से सीधा युद्ध। यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत होगी।रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग हर दिन के साथ आक्रामक होती जा रही है। यूक्रेन के आत्मसमर्पण से इंकार के बाद पुतिन ने अपनी सेना को हमले और तेज करने का आदेश दे दिया है। इसके बाद रूसी सेना यूक्रेन पर चारों तरफ से टूट चुकी है।
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया गया है। एक तेल डिपो पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला हुआ है। इसी बीच अमेरिका का बड़ा बयान सामने आया है।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि, रूस को रोकने के दो ही विकल्प हैं।
पहला यह कि, रूस से सीधे तौर पर युद्ध लड़ा जाए और तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत की जाए। या फिर दूसरा विकल्प यह है कि, यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी देश अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करेगा, उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि, प्रतिबंधों का एक मात्र विकल्प तीसरा विश्व युद्ध ही होगा। उन्होंने कहा कि, जो भी प्रतिबंध लगाए गए हैं, उनका व्यापक असर होगा।
स्विफ्ट सिस्टम पर प्रतिबंध पर बनी सहमति
रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसमें कई आर्थिक व व्यवसायिक प्रतिबंध शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि, इन प्रतिबंधों का व्यापक असर होगा। इस बीच अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने रूस के सेंट्रल बैंक को भी प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं अमेरिका व उसके सदस्यों द्वारा रूस को स्विफ्ट सिस्टम से भी बैन करने पर सहमति बन गई है। अगर, ऐसा होता है तो रूस अंतरराष्ट्रीय लेनदेन से पूरी तरह से कट जाएगा और इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा। हालांकि, इसकी प्रतिक्रिया में रूस कच्चे तेल की सप्लाई को रोक सकता है, जिसका नतीजा यूरोप में भारी ऊर्जा संकट के रूप में देखने को मिलेगा।
जर्मनी ने बंद किया एयरस्पेस
यूक्रेन की मदद के लिए जर्मनी भी आगे आया है। उसने यूक्रेन को कई हथियार, टैंक व रॉकेट दिए हैं। इसके अलावा जर्मनी ने रूस को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल करने से भी रोक दिया है।
-
देश - दुनिया6 days ago
Today Gold Price: सोने के भाव में आई भारी गिरावट, जाने 10 ग्राम सोने की किमत…
-
देश7 days ago
सुकन्या समृद्धि योजना में हुए 5 बड़े बदलावों,जानें क्या हैं…
-
Tech & Auto5 days ago
AMO इलेक्ट्रिक के इलेक्ट्रिक स्कूटर सिर्फ 12 हजार में ले जाएं घर,मिलेगी आसान EMI के साथ…
-
Lifestyle6 days ago
Helth Tips : लिवर को बनाना है हेल्दी तो डाइट में शामिल करें ये फल,नहीं होगी शरीर में कोई परेशानी…
-
amazing amazing7 days ago
देश का एक ऐसा अजीबोगरीब रेलवे स्टेशन, जिसे जानकर आप भी हो जायंगे हैरान…
-
Tech & Auto3 days ago
होंडा पेश करेगी इलेक्ट्रिक एक्टिवा, मार्केट में आते ही मचा देगी खलबली…
-
जॉब7 days ago
असम राइफल्स में निकली बम्फर भर्ती,10वीं पास युवाओं के लिए सुनहरा मौक़ा;उम्मीदवार 12 मार्च तक करें आवेदन…
-
Tech & Auto6 days ago
WhatsApp पर पार्टनर block कर दिए है तो,ऐसे करें जुगाड़ू ट्रिक से मैसेग…
-
ज्योतिष6 days ago
Vastu Tips : घर में इन वास्तु दोष से हैं परेशान तो करें,ये उपाय…
-
जॉब5 days ago
नौसेना में निकली इतने पदों पर भर्ती,उम्मीदवार जल्द करें आवेदन…
You must be logged in to post a comment Login