Vivo T1x समार्टफ़ोन हुआ लांच: मिल रहा 50MP सुपर नाइट कैमरे रात में भी आएगी जबरदस्त फोटो, देखे इसकी कीमत…
वीवो T1x स्मार्टफोन भारत में लॉन्च हो गया है। 50MP सुपर नाइट कैमरा और 5000mAh की बैटरी दी गई है। जो 18W की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। T1x स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 680 SoC प्रोसेसर मिलेगा।
वीवो T1x की कीमत 11,999 रुपए से शुरू
वीवो T1x भारत में तीन स्टोरेज ऑप्शंस मिलेगा, जिसमें 4GB रैम + 64GB स्टोरेज, 4GB रैम + 128GB स्टोरेज और 6GB रैम+ 128GB स्टोरेज शामिल है। फोन के 4GB रैम + 64GB स्टोरेज की कीमत 11,999 रुपए, 4GB रैम + 128GB स्टोरेज की कीमत 12,999 रुपए और 6GB रैम+ 128GB स्टोरेज की कीमत 14,999 रुपए रखी गई है। इस फोन को आप 27 जुलाई दोपहर 12 बजे से फ्लिपकार्ट के जरिए खरीद सकते हैं। HDFC बैंक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को 1,000 का इंस्टेंट डिस्काउंट दिया जाएगा।
वीवो T1x के स्पेसिफिकेशंस
वीवो T1x में आपको 6.58 (16.71cm) इंच का FHD+ डिस्प्ले दिया गया है, जिसमें 2408×1080 रेजॉल्यूशन, 96% NTSC कलर गैमेट और 90Hz का रिफ्रेश रेट मिलता है। इस फोन में स्नैपड्रैगन 680 SoC प्रोसेसर मिलता है, जो एडरिनो 610 GPU, 6GB तक LPDDR4X रैम और 128GB तक UFS 2.2 स्टोरेज के साथ आता है। इसके रैम को 2GB कर एक्सटेंड किया जा सकता है।
फोन में आपको गेमिंग के लिए मल्टी-टर्बो 5.0 इंहेंस नेटवर्क कनेक्शन और अल्ट्रा गेम मोड- 4D गेम वाइब्रेशन, गेम पिक्चर-इन-पिक्चर, डू नॉट डिस्टर्ब, स्पोर्ट मोड मिलते हैं। इसके साथ ही फोन में 4 लेयर कुलिंग सिस्टम भी दिया गया है। डिजाइन की बात करें तो फोन में स्लिम और ट्रेंडी डिजाइन मिलता है। इस फोन को दो कलर ऑप्शंस- ग्रेविटी ब्लैक और स्पेस ब्लू मिलते हैं। वहीं फोन का डाइमेंशन 164.26×76.08mm, मोटाई 8.00mm और वजन 182 ग्राम है। यह फोन एंड़्रॉयड 11 पर बेस्ड फनटच OS 12 पर काम करता है।
सिक्योरिटी के लिए फोन में फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक का ऑप्शन मिलता है।
वीवो T1x में डुअल कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें 50MP का कैमरा और 2MP सुपर मैक्रो कैमरा दिया गया है। इस कैमरा सेटअप में आपको सुपरनाइट कैमरा मोड, सुपर नॉइस रिडक्शन टेक्नोलॉजी और सुपर HDR मोड मिलता है। फोन में 8MP का सुपर नाइट सेल्फी कैमरा भी दिया गया है, जिसमें पर्सनलाइज्ड पोट्रेट मोड और AI एडिटर जैसे फीचर्स मिलते हैं।
फोन में 18W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5000mAh की बैटरी दी गई है।
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सावधान! फेसबूक पर प्रमोट हो रहे ये खतरनाक एप्प, जानिए कही आपने भी तो डाउनलोड नहीं किया है
फेसबुक पर पॉप-अप होने वाले कई ऐप्स को लेकर जानकारी सामने आई है कि यह ऐप्स Android यूजर्स के फोन में वायरस इंजेक्ट कर रहे हैं. इन ऐप्स को अब तक लाखों लोग डाउनलोड कर चुके है.
नई दिल्ली. फेसबुक पर पॉप-अप होने वाले कई ऐप्स को लेकर जानकारी सामने आई है कि यह ऐप्स Android यूजर्स के फोन में वायरस इंजेक्ट कर रहे हैं और हैकर्स इन्हें फेसबुक मार्केटिंग के जरिए प्रमोट किया जा रहा है. चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को अब तक लाखों लोग डाउनलोड कर चुके हैं. साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक उन्हें 12 ऐसे ऐप्स मिले हैं, जिनको 7 मिलियन से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है.
McAfee के साइबर एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि जैसे ही यूजर्स इन ऐप्स को डाउनलोड करते हैं, उनके फोन में मौजूद निजी डिटेल्स हैकर्स तक पहुंच जाती है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर मौजूद दर्जनों ऐसे ऐप्स मौजूद हैं और इन्हें प्रमोट भी किया जा रहा है. सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने यूजर्स को चेतावनी दी है कि इन ऐप्स की वजह से लाखों यूजर्स का निजी डेटा हैकर्स के हाथ लग सकता है.
नई दिल्ली. फेसबुक पर पॉप-अप होने वाले कई ऐप्स को लेकर जानकारी सामने आई है कि यह ऐप्स Android यूजर्स के फोन में वायरस इंजेक्ट कर रहे हैं और हैकर्स इन्हें फेसबुक मार्केटिंग के जरिए प्रमोट किया जा रहा है. चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को अब तक लाखों लोग डाउनलोड कर चुके हैं. साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक उन्हें 12 ऐसे ऐप्स मिले हैं, जिनको 7 मिलियन से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है.
McAfee के साइबर एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि जैसे ही यूजर्स इन ऐप्स को डाउनलोड करते हैं, उनके फोन में मौजूद निजी डिटेल्स हैकर्स तक पहुंच जाती है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर मौजूद दर्जनों ऐसे ऐप्स मौजूद हैं और इन्हें प्रमोट भी किया जा रहा है. सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने यूजर्स को चेतावनी दी है कि इन ऐप्स की वजह से लाखों यूजर्स का निजी डेटा हैकर्स के हाथ लग सकता है.
कौन से हैं ये ऐप्स
McAfee ने 12 ऐसे ऐप्स की खुलासा किया है, जिनमें इस तरह के ऐडवेयर, स्पाइवेयर और मेलवेयर पाए गए हैं. इनमें से ज्यादातर क्लिनिंग ऐप्स हैं, जिन्हें यूजर्स डिवाइस की जंग फाइल्स को क्लिन करने के लिए इंस्टॉल करते हैं, ताकि डिवाइस की परफॉर्मेंस बेहतर रहे. इन ऐप्स में, जन क्लीनर, ईजीक्लीनर, पावर डॉक्टर, सुपर क्लीन, फुल क्लीन – क्लीन कैशे ,फिंगरटिप क्लीनर, क्वीक क्लीनर, कीप क्लीन, विंडी साफ, कार्पेट क्लीन, कूल क्लीन स्ट्रांग क्लीन और Meteor Clean शामिल हैं.
Play Store पर भी लिस्ट हैं ऐप्स
साइबर एक्सपर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक Facebook पर प्रमोट किए जाने वाले ऐप्स न केवल ऐडवेयर, बल्कि स्पाइवेयर (जासूसी सॉफ्टवेयर) और मेलवेयर (वायरस) भी कैरी करते हैं. यूजर्स को चकमा देने के लिए साइबर क्रिमिनल्स इन ऐप्स को नाम और उनका आइकन बदल कर प्रमोट कर रहे हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि ये खतरनाक ऐप्स Google Play Store पर भी नए नाम से लिस्ट किए जा रहे हैं.
लाखों लोग कर चुके हैं डाउनलोड
इन ऐप्स को अब तक लाखों लोग डाउनलोड कर चुके हैं. इन ऐप्स को दक्षिण कोरिया, जापान और ब्राजील में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया है. हालांकि राहत की खबर यह कि गूगल प्ले स्टोर से फर्जी ऐप्स को हटा रहा है. ऐसे में गूगल इन ऐप्स
देश
किसानों के लिए खुशखबरी वाली योजना,फसल बर्बाद हो जानें पर यहाँ की सरकार देगी मुआवजा,पढ़िये पूरी डिटेल
Jharkhand Crop Relief Scheme: झारखंड सरकार किसानों के लिए खुशखबरी वाली योजना लेकर आई है, जिसके तहत किसानों की आर्थिक मदद की जाएगी.देश के किसानों की आय बढ़ाने का काम केंद्र सरकार के साथ-साथ सभी राज्यों की सरकारें भी कर रही हैं. इसी कड़ी में झारखंड की हेमंत सरकार ने झारखंड फसल राहत योजना की शुरुआत की है.ऐसे में आइये इस लेख में जानते हैं कि झारखंड फसल राहत योजना क्या है? इससे किसानों को क्या और कैसे फायदा होगा? इसका लाभ किसान भाई कहां से ले सकते हैं? इन तमाम सवालों के जवाब आपको हम इस लेख में देने जा रहे हैं.
झारखंड फसल राहत योजना क्या है?
झारखंड फसल राहत योजना एक मुआवजा योजना है, जो किसानों को सुरक्षा कवर प्रदान करती है. जैसा की कई बार किसानों की फसलें प्राकृतिक आपदाओं की वजह से बर्बाद हो जाती हैं. ऐसे में झारखंड की हेमंत सरकार किसानों को फसलें बर्बाद होने के एवज में मुआवजा राशि देती है.झारखंड फसल राहत योजना के बारे में कुछ मुख्य बातेंझारखंड सरकार ने केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के स्थान पर ही झारखंड फसल राहत योजना आरंभ की है.इस योजना के तहत झारखंड सरकार प्राकृतिक आपदा से हुए फसल क्षति का आकलन कर किसानों को प्रति एकड़ 3 से 4 हजार रुपये मुआवजा के तौर पर देगी.इस योजना का लाभ भूमि मालिक और भूमिहीन किसान दोनों को मिलेगा.
झारखंड फसल राहत योजना का लाभ कैसे लें?
झारखंड फसल राहत योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://jrfry.jharkhand.gov.in/en/ पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा.
अधिक जानकारी के लिए किसान इन नंबरों पर करें संपर्क
झारखंड फसल राहत योजना के बारे में अधिक जानकारी या इसका लाभ लेने के लिए किसान कृषि पशुपालव एवं सहकारिता विभाग के दफ्तर या इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर संपर्क कर सकते हैं.इसके साथ ही योजना से जुड़ी जानकारी के लिए किसान भाई फोन नंबर 0651-2290444 पर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा किसान मेल के जरिए भी इस योजना से संबंधित जानकारी पा सकते हैं।
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gmail स्टोरेज खाली करने का सबसे आसान तरीका, इन ट्रिक्स से अपने पुराने से पुराने ईमेल डिलीट करे
हमारे जीमेल पर रोजाना ढेरों ऐसे ईमेल्स आते हैं, जो हमारे किसी काम के नहीं होते हैं. इसके अलावा कई ईमेल्स में बड़ी फाइल्स अटैच होती हैं, जो काफी स्पेस घेर लेती हैं. ऐसे में स्पेस फुल हो जाने पर हमें नए ईमेल नहीं मिल पाते हैं.
नई दिल्ली. हमें जीमेल पर रोजाना ढेरों ऐसे ईमेल्स आते हैं, जो हमारे किसी काम के नहीं होते हैं. हम इन्हें समय रहते डिलीट नहीं करते, तो देखते ही देखते हजारों ईमेल इकट्ठा हो जाते हैं. यह ईमेल ज्यादातर स्पैम मेल होते हैं या मार्केटिंग-एडवर्टाइजिंग कंपनियों द्वारा भेजे जाते हैं. यह मेल हमारे किसी काम के नहीं होते हैं. इसके अलावा कई ईमेल्स में बड़ी फाइल्स अटैच होती हैं, जो काफी स्पेस घेर लेती हैं. ऐसे में स्पेस फुल हो जाने पर हमें नए ईमेल नहीं मिल पाते हैं.
गौरतलब है कि Google अपने सभी यूजर्स को जीमेल पर 15GB स्टोरेज देता है. इसके अधिक स्टोरेज के लिए आपको हर महीने पैसे खर्च करने होंगे, तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे आप पुराने और बड़ी फाइल्स वाले ईमेल को आसानी से डिलीट कर सकते हैं और स्टोरेज की टेंशन से छुटकारा पा सकते हैं.
एक साथ डिलीट करें कई ईमेल्स
एक-एक करके ईमेल डिलीट करना थोड़ा मुश्किल काम है और इसमें काफी समय है. ऐसे में बेहतर होगा कि आप पहले बड़े अटैचमेंट वाले मेल को डिलीट करें. बड़े अटैचमेंट वाले ईमेल को हटाने के लिए आप उन्हें साइज, डेट और अन्य के आधार पर एक बार में सर्च क सकते हैं और उन्हें डिलीट कर सकते हैं.
इसके लिए आपको बस उन सभी ईमेल को सिलेक्ट करना है जिन्हें आप हटाना चाहते हैं. इसके बाद डिलीट आइकन पर क्लिक करें. आप अपना समय बचाने के लिए सभी ईमेल का चयन भी कर सकते हैं और जिन्हें आप रखना चाहते हैं उन्हें अनचेक कर सकते हैं. प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आपको Trash सेक्शन पर जाना होगा और यहां Empty the recycle bin ऑप्शन पर टैप करना होगा.
ज्यादा स्टोरेज के लिए कितना करना होगा भुगतान
जो यूजर अधिक स्टोरेज के लिए नया गूगल वन प्लान खरीदना चाहते हैं. उनके लिए गूगल तीन प्लान की पेशकश करता है. गूगल इसके लिए अपने यूजर्स को Basic, Standard और Premium प्लान ऑफर करता हैं. भारत में गूगल Basic प्लान के तहत 35 रुपये प्रति माह (डिस्काउंट प्राइस) पर 100GB स्टोरेज की पेशकश कर रहा है.
स्टैंडर्ड प्लान की कीमत आपको प्रति माह 52 रुपये और 200GB स्टोरेज मिलेगा, जबकि, प्रीमियम प्लान की कीमत 162 रुपये प्रति माह है और इसमें 2TB का स्टोरेज मिलता है. बता दें कि ये डिस्काउंट प्राइस है. गूगल वन प्लान की ओरिजनल कीमत क्रमश: 130 रुपये, 210 रुपये और 650 रुपये है.
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